Unani Services
प्रथम दृष्टि
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भारत वर्ष में प्राचीन काल से ही स्वास्थ्य के प्रति आम जनमानस जड़ी - बूटियों पर ही निर्भर रहा है। तथा आज भी ग्रामीण एवं सुदूर अंचलों में स्वास्थ्य हेतु जड़ी - बूटियों पर ही निर्भरता है। इसी तरीके को यूनानी इलाज के नाम से जाना जाता है। मुगल कालीन शासन के भारत में आगमन के साथ ही यूनानी इलाज का तरीका भी आया । उस दौर में यह तरीका बहुत प्रचलित रहा एवं प्रगति के पथ पर बढ़ता रहा । उसके बाद ब्रिटिश शासन के दौरान भी यूनानी इलाज का तरीका बहुतायत से अपनाया जाता रहा। आज के भौतिकवादी परिप्रेक्ष्य में भी तमाम असाध्य रोगों में यूनानी इलाज अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। इस तरीके को आज प्रदेश के सुदूरतम एवं अत्यंत ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने हेतु यूनानी निदेशालय प्रयासरत एवं कटिबद्ध है।